प्रसाद के मनु की तरह एक महामानव हैं जिसने सृजित किया कामायनी को !! प्रसाद के मनु की तरह एक महामानव हैं जिसने सृजित किया कामायनी को !!
प्रीत लिखूँ संगीत लिखूँ प्रीत लिखूँ संगीत लिखूँ
दिखे हैवानियत चारों तरफ दुनिया में जब मुझको नया भारत का ऐसे में लिखूं इतिहास मैं कैसे दिखे हैवानियत चारों तरफ दुनिया में जब मुझको नया भारत का ऐसे में लिखूं इतिहास...
कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से भूल जाऊँ। कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से...
खो जाए जन्नत भी, प्यार के इस नजारे में सोचा की लिखूं दो लब्ज तेरे बारे में। खो जाए जन्नत भी, प्यार के इस नजारे में सोचा की लिखूं दो लब्ज तेरे बारे में।
पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना चाहती हूँ पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना...